डीके श्रीवास्तव
आगरा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कायाकल्प अवार्ड योजना में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जीवनीमंडी को तीसरी बार कायाकल्प अवॉर्ड मिला है । कायाकल्प अवार्ड योजना के तहत यूपीएचसी जीवनीमंडी ने 82 परसेंट अंक प्राप्त कर जनपद में द्वितीय स्थान हासिल किया है। इस अवसर पर शुक्रवार को यूपीएचसी पर कायाकल्प पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रमाण-पत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
सीएमओ ने कहा कि यूपीएचसी जीवनीमंडी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए लगातार अच्छा कार्य करता है। स्वास्थ्य केंद्र का रखरखाव, साफ-सफाई, इनफेक्शन कंट्रोल, सहयोगी सेवाएं और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाता है। इस कारण शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जीवनीमंडी को तीन साल से लगातार कायाकल्प अवॉर्ड मिल रहा है।
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जीवनीमंडी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. मेघना शर्मा ने बताया कि वह और उनकी पूरी टीम विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचा रही हैं। उन्होंने कहा कि कायाकल्प पुरस्कार मिलना टीम की मेहनत से हीं संभव हुआ है। डॉ. मेघना शर्मा ने बताया कि मरीजों को बेहतर सुविधा प्रदान करने वाली चिकित्सा इकाइयों को कायाकल्प से सम्मानित किया जाता है। आंतरिक व बाह्य मूल्यांकन में बेहतर प्रदर्शन करने वालों का चयन अवार्ड के लिए किया जाता है। इसमें साफ-सफाई, अभिलेखों का रखरखाव, दवा आदि का प्रबंधन, बायोवेस्ट मैनेजमेंट जैसे बिदु शामिल होते हैं।
कार्यक्रम में डीपीएम कुलदीप भारद्वाज, जिला क्वालिटी कंसल्टेंट सलाहकार डॉ. राम विपुल, स्टाफ नर्स अंजली, नीरज, एलटी राजीव तिवारी, सीफार संस्था से डिविजनल कोऑर्डिनेटर राना बी, पीएसआई इंडिया सोनल सहित समस्त स्टाफ मौजूद रहे।
इन आधारों पर होता है मूल्यांकन
• अस्पताल का रखरखाव
• स्वच्छता व साफ-सफाई
• बायोमेडिकल बेस्ट मैनेजमेंट
• इंफेक्शन कंट्रोल प्रैक्टिसेज
• हाईजीन प्रमोशन